संघर्ष सेवा समिति द्वारा हिंदवी स्वराज यात्रा का किया गया भव्य स्वागत

झांसी। छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष के उपलक्ष्य में 28 नवंबर से महाराष्ट्र के रायगढ़ किले से प्रारंभ हुई हिंदवी स्वराज यात्रा 4 दिसंबर को झांँसी पहुँची। यह यात्रा 7 दिसम्बर को दिल्ली में समाप्त होगी। झांसी आगमन पर संघर्ष महिला संगठन द्वारा इलाइट चौराहे पर ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया जहां संगठन की अध्यक्ष सपना सरावगी एवं अन्य कार्यकर्ताओं ने शिवाजी महाराज की मूर्ति पर माला पहनाकर यात्रा में सहभागिता की। तत्पश्चात यह यात्रा मुक्ताकाशी मंच पहुँची जहाँ जनपद के समाजसेवी डाॅ० संदीप सरावगी द्वारा ढोल नगाड़ों के साथ पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ० संदीप सरावगी ने कहा 350 वर्ष पूर्व छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के साथ ही हिंदू स्वराज की नींव रखी गई थी हमारे देश के राजाओं में छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है एक छोटी सी रियासत से उठकर उन्होंने किस प्रकार भारतवर्ष में हिंदू स्वराज की स्थापना की यह सब हमने इतिहास में पढ़ा है उनकी इस विजय यात्रा का मुख्य श्रेय उनके विश्व स्वास्थ्य सेनापतियों को जाता है जिन्होंने संगठित होकर मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। शिवाजी महाराष्ट्र ही नहीं पूरे देश के प्रेरणा स्रोत हैं। संसार में व्याप्त सभी धर्म में हमारा सनातन धर्म सर्वाधिक सहिष्णु है हम सभी धर्म का सम्मान करते हैं लेकिन जब हमारे धर्म पर आंच आयेगी तो हम पीछे नहीं हटेंगे। साथ ही उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और यात्रा आयोजक समिति के सदस्यों की सराहना भी की।

इस कार्यक्रम में संघर्ष महिला संगठन से सिमरत जिज्ञासी, प्रेरणा साहवानी, स्वप्निल अग्रवाल, राधा अग्रवाल, अंजलि अग्रवाल, शैफाली अग्रवाल, सोनिया सिंह, रचना कुदरया, कल्पना पटैरिया एवं संघर्ष सेवा समिति से पूजा रायकवार, संदीप नामदेव, सुशांत गेड़ा, बसंत गुप्ता, राजू सेन, अनुज सिंह, अनिल वर्मा, विवेक वर्मा, मीना मसीह, हाजरा रब, अब्दुल रब आदि सदस्य उपस्थित रहे।