अशोक ध्यानचंद ने पाकिस्तान से 1971 युद्ध में एयर स्ट्राइक की बिभीषका के दौरान नेहरू हाकी टूर्नामेंट की यादें साझा कीं

झांसी। दिल्ली में नेहरू हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल मैच में जब 1971 इंडियन एयरलाइंस टीम ने ग्रेट ब्रेटन को 2-0 से शिकस्त देकर फाइनल मैच जीता था। मैच के हीरो इनाम-उर रहमान ने दोनों गोल किये, जिन्हें में अपना आइडियल मानता हूं। यह बात उस टीम के सदस्य रहे अर्जुन अवार्डी व पूर्व ओलंपियन अशोक ध्यानचन्द ने पुराने संस्मरण खेल विशेषज्ञ बृजेन्द्र यादव से साझा करते हुए कही।

उन्होंने इस मैच को याद करते हुए बताया कि एक मैच के दौरान ही भारत और पाकिस्तान का युद्ध चल रहा था। मैच के दौरान जैसे ही एयर स्ट्राइक का सिग्नल हूटर बजा तो दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया। इस मैच की जीत को अशोक ने अपने जीवनकाल की यादगार जीत में से एक बताया।उन्होंने 1971 साल का ज़िक्र करते हुए कहा कि उस समय मोहन मेकिंस कंपनी भारत में खेलों में उभरती हुई प्रतिभाओं को बेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर के लिए नगद राशि से सम्मानित करती थी। वह सम्मान राशि एक या दो हजार रुपये की होती थी। इस पुरुस्कार के लिए मेरे साथ साथ लॉन्ग टेनिस के अमृत आनन्द और क्रिकेट के सुनील गावस्कर का भी नाम इस पुरस्कार के लिए नामित था पर जूरी ने मुझे इस पुरस्कार के काबिल समझा था।