– जमीन पर मालिकाना हक को लेकर दो पक्षों में विवाद ने तूल लिया, लगाए आरोप-प्रत्यारोप
– जमीन की नापजोख तक मुर्दोंको पुरानी कब्र के पास दफनाने पर सहमति बनी
झांसी। थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सुजेखाँ खिडकी बाहर रंगरेज समाज के कब्रिस्तान में आज सुबह कुछ कब्रों के क्षतिग्रस्त दिखाई देने पर मुस्लिम समाज में आक्रोष उत्पन्न हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए और लोगों को समझा कर स्थिति को शांत किया गया। कब्रिस्तान की जमीन पर मालिकाना हक को लेकर विवाद सामने आने पर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में बुला कर वार्ता की। इस दौरान सहमति बनी कि शव को पुरानी कब्र के निकट दफनाया जाए, जमीन की नापजोख कर तय किया जाए कि कहां किस पक्ष की जमीन है, उसके अनुसार भविष्य में मुर्दों को दफनाने की प्रक्रिया शुरू की जाए। इस पर सहमति बनने पर दोनों पक्षों के लोग वापस लौट गए।
दरअसल, बीते दिवस उक्त कब्रिस्तान में एक मिट्टी को दफन किया गया था। आज सुबह उस परिवार के लोग कब्र की देखभाल के लिए गए तो वहां पर उस वह कब्र सहित तीन-चार और कब्र क्षतिग्रस्त दिखायी दीं। इसकी खबर चारों तरफ फैल गई और देखते-देखते भारी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग एकत्रित होने लगे। इसकी सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस सक्रिय हो गयी। पुलिस दल ने कब्रिस्तान पहुंच कर स्थिति को देख कर वहां मौजूद लोगों से शांति बनाए रखने व कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। इस दौरान वहीं मौके पर आई एक महिला नेहा खान ने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए दावा किया कि यह कब्रिस्तान की नहीं, उसकी पुश्तैनी है जबकि कब्रिस्तान पक्ष उस पर अपना दावा कर रहा था। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक द्वारा दोनों पक्षों की बात सुनी जा रही थी तभी विवाद बढ़ते देख कर वहां अपर पुलिस अधीक्षक नगर, क्षेत्राधिकारी नगर जितेन्द्र सिंह परिहार भी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए जहां दोनों मुस्लिम पक्षों को समझाने का प्रयास किया। नेहा खान इस बात पर अड़ी थी कि मिटटी को उनकी जमीन पर दफन नहीं किया जाए।
स्थिति को देख कर पुलिस अफसरों ने कोतवाली में दोनों पक्षों से अपने-अपने कागजात प्रस्तुत करने के निर्देश दिए और तहसीलदार व क्षेत्र के लेखपाल को बुला लिया गया। कोतवाली में बढ़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। इस दौरान दोनों पक्षों ने अपना-अपना पक्ष प्रस्तुत किया। जमीन की पैमाइश कर मालिकाना हक तय करने के लिए वकफ बोर्ड सहित एक पक्ष नेहा खान व दूसरा पक्ष कब्रिस्तान समिति को चार दिन बाद की तिथि दी गयी। इस दौरान मुर्दे को नए स्थान पर नहीं, कब्रिस्तान की पुरानी कब्र के निकट दफनाने पर सहमति बनी। जब कब्रों के क्षतिग्रस्त करने का मसला आया तो कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने स्पष्ट किया कि कब्रिस्तान समिति तहरीर दे, जांच कर कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद पुलिस ने कोतवाली से भीड़ को चले जाने को कहा। इधर, इसकी जानकारी लगने पर नेहा खान की तरफ से भ् ााजपा के नेता भ् ाी थाने में पहुंच गए और उन्होंने आरोप लगाया कि नेहा खान उनकी पार्टी की महिला अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की नेता हैं, उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर उत्पीडि़त किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने जब बताया कि मामले में सहमति बन गयी है और शीघ्र ही दूध का दूध व पानी का पानी हो जाएगा, तब भाजपा नेता शांत हुए। उधर, कब्रिस्तान में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।