• कर्मचारियों ने काम बंद कर किया प्रदर्शन, जांच के आदेश
    झांसी। उमरे के झांसी मण्डल मुख्यालय पर एसी लोको शेड में आज उस समय अफरा-तफरी मच गयी जब बोगी अनुभाग मेें एसी लोको को लिफ्ट करते समय अचानक क्रेन की सीलिंग टूट गयी और इंजन तेज आवाज के साथ नीचे गिर गया। यह तो संयोग रहा कि इंजन के आसपास कोई कर्मचारी नहीं था अन्यथा कई जाने जाने से हादसा भीषण हो सकता था। इस घटना को लेकर कर्मचारियों ने अधिकारियों का घेराव व प्रदर्शन कर क्रेन केमेण्टीनेंस में बरती जा रही लापरवाही की मांग की। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
    बताया गया है कि आज प्रात: लगभग नौ बजे एसी लोको शेड में बोगी अनुभाग मेें एक ऐसी लोको (झांसी/डब्लूएजी 27944) को मरम्मत के लिए क्रेन से लिफट कर स्टैण्ड पर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अचानक हेवी लिफिटंग क्रेन का रोप टूट गया और इंजन तेज आवाज के साथ नीचे गिर कर क्षतिग्रस्त हो गया। इंजन गिरने के धमाके से शेड में काम कर रहे कर्मचारी किसी अनहोनी की आश्ंाका से दहल गए। कर्मचारी अपना-अपना काम छोड़ कर घटना स्थल पर पहुंचे और जांच पड़ताल की तो किसी कर्मचारी के दबने व घायल नहीं होने की जानकारी मिलने पर राहत की सांस ली। इंजन गिरने की खबर लगते ही शेड के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
    इस दौरान आक्रोशित कर्मचारियों ने अधिकारियों का घेराव कर क्रेन के मेण्टीनेंस में लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि इस के्रन में गड़बड़ी की पूर्व में शिकायत की गयी थी, किन्तु इसे अनदेखा किया गया। इसके कारण यह घटना घटित हो गयी। उन्होंने आरोप लगाया कि शेड प्रशासन जानबूझ कर कर्मचारियों की जिन्दगी से खिलबाड़ कर रहा है। अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश देते हुए आश्वस्त किया किया कि जांच मेंं जो दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद दुर्घटनाग्रस्त इंजन को उठाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी और लगभग दो घण्टे की मशक्कत के बाद दूसरी क्रेन से इंजन को उठा कर स्टैण्ड पर पहुंचाया गया।
    पूर्व में भी इसी क्रेन से गिर चुका है इंजन
    बताया गया है कि जिस के्रन का रोप टूटा है वह छह माह पूर्व ही शेड में स्थापित की गयी थी। एएमटी कम्पनी की इस क्रेन से लगभग दो माह पूर्व भी इसी प्रकार से क्रेन की सीलिंग टूटने से एक इंजन गिर चुका है, किन्तु इसे गम्भीरता से नहीं लिया गया और फिर से हादसा हो गया। बताया गया है कि उक्त क्रेन की अभी तक कमीशनिंग नही हुई हैं। क्रेन में काफ ी कमियां हैं जिसको एसएसई एमडब्लू द्वारा लिखित रूप से प्रशासन को दिया गया है, किन्तु प्रशासन द्वारा जबरदस्ती उक्त क्रेन से कार्य कराया जा रहा है। रेल कर्मियों का आरोप है कि लाखों रुपए कीमत की इस क्रे न का मेण्टीनेंस दुरुस्त नहीं है और जानबूझ कर इस तरह की क्रेन को खरीदा गया है जो इंजन का बोझ नहीं उठा पा रही है। पूर्व में भी अधिकारियों ने जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया था, किन्तु स्थिति सुधरी नहीं जिससे कर्मचारियोंं में भय व्याप्त है।