• मायावती राम का नाम जप, मन्दिर अभियान में शामिल हों : उमा
    झांसी। भले ही हां-न-न करते झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से सुश्री उमा भारती का पीछा छूट गया है, किन्तु मप्र की भोपाल संसदीय सीट के साए ने उन्हें डराना शुरू कर दिया है। हालात यह हैं कि भोपाल संसदीय सीट से चुनाव लडऩे के सवाल का उत्तर देना तो दूर वह भोपाल का नाम सुनना तक नहीं चाहतीं, सवाल पर कान पर हाथ रख कर जुमला बोलती हैं कि इस मामले में बहरी हूं, मैनें सवाल सुना ही नहीं। उधर, मप्र भाजपा में उस सीट से कांगे्रस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के मुकाबले उनके ही कद की फायर ब्राण्ड नेता सुश्री उमा भारती को चुनाव लड़ाने की तैयारी की जा रही है। इतना ही नहीं शीर्षस्थ नेता भी भोपाल से उमा भारती को मैदान में उतारे जाने की बात कह रहे हैं। उमा के भोपाल से चुनाव नहीं लडऩे के पीछे कहीं हार का डर तो नहीं सता रहा या फिर कोई और रहस्य है।
    दरअसल, झांसी-ललितपुर संसदीय सीट से बीजेपी उम्मीदवार अनुराग शर्मा के कार्यालय पर सुश्री उमा भारती आज कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने आयी थीं। इस दौरान जब उनसे भोपाल से चुनाव लडऩे के बारे में सवाल दागा गया तो उन्होंने कानों पर हाथ रखते हुए कहा कि इस मामले में बहरी हूं, मैनें सवाल सुना ही नहीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक कुछ भी साफ नहीं है, यह एक काल्पनिक सवाल है। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की टक्कर यदि किसी से है तो वह गठबंधन से है और कांग्रेस कहीं नहीं लगती है। महागठबंधन को नुकसान जो भी पहुंचायेगा वह है कांग्रेस पहुंचेगी और भाजपा को लाभ होगा। जब उनसे पूछा गया कि मायावती कह रही है कि बजरंग बली हमारी जाति के हैं, जिसका समर्थन पूर्व में सीएम योगी कर चुके हैं। इस पर उमा ने कहा कि बहुत अच्छी बात है। मैं मायावती से कहूंगी कि बजरंग बली श्री राम भक्त थे। मायावती राम का नाम जपें और अब मेरे साथ राममंदिर अभियान में आगे आकर शामिल हों।
    एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कोर्ट में राफेल की याचिका दायिर की गई है। जिसे स्वीकार किया गया है। जिसको लेकर कांग्रेस जो कह रही है वह गलत है। कोर्ट ने कहीं नहीं लिखा कि वह चौकीदार हैं। इसी प्रकार बांदा में विकलांग कर्मचारी ने छुट्टी न मिलने के कारण आत्महत्या की थी। जिस पर प्रियंका गांधी ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार मानते हुए ट्वीट किया था। जिसका जबाब देते हुए उमा भारती ने कहा कि जो भी ड्यूटी लग रही है वह चुनाव आयोग के द्वारा लग रही है। विकलांग की मृत्यु जो हुई है वह काफी दुखद है और उसे समाज का कलंक मानती हूं। वह रावर्ट बाड्रा की पत्नी का नाम नहीं लेती हैं इसलिए कहूंगी उनको यह पता होना चाहिए ड्यूटी लगाने का काम चुनाव अयोग करता है। उन्होंने 84 के दंगों को रेखांकित करते हुए तंज कसा कि उन्हें अपने ऊपर पहले नजर डालनी चाहिए। नाम न लेते हुए कहा कि प्रियंका गांधी बहुत ही हृदयविहीन और संवेदनहीन महिला हैं क्यों कि उन्होंने कभी देश के लिए जिम्मेदारी नहीं समझी। पश्चिम बंगाल में राम नवमी के जुलूस को रोकने के मामले पर उमा ने कहा कि देश में अब राजनीति में तुष्टिकरण के लिए नेताओं ने सभी हदें पार कर दी है। आने वाले समय में पश्चिम बंगाल की जनता ममता बनर्जी को सजा देगी।