• भोपाल एक्सप्रेस का इंजन दुर्घटनाग्रस्त वैगनों से टकराया, अप व डाउन का रेल यातायात रहा प्रभावित
    झांसी। उमरे के झांसी मण्डल कि ग्वालियर दो दिन में गुड्स ट्रेन के दो हादसों ने परिचालन की व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगा दिए हैं। आज सुबह ग्वालियर के नजदीक बिरला नगर स्टेशन के निकट एक मालगाड़ी दुर्घटना ग्रस्त हो गई और उसकी चार वैगन पटरी से उतार गईं। इसके बाद भोपाल एक्सप्रेस का इंजन दुर्घटनाग्रस्त वैगनों से टकरा गया, किन्तु चालक की सतर्कता से गम्भीर हादसा होने से बच गया। इस घटना के कारण अप व डाउन मार्ग की ट्रेनें कई घण्टे प्रभावित रहने से यात्री परेशान रहे। घटना किन परिस्थितियों के चलते हुई इसके रेल प्रशासन द्वारा एसएजी स्तर की जांच के आदेश दिए गए हैं।
    दरअसल, यह मालगाड़ी दुर्घटना आज (२६ अप्रैल) रात्रि ०२.२५ बजे की है। आगरा की ओर से झांसी आ रही इम्पटी स्पेशल मालगाड़ी जब ग्वालियर के नजदीक बिरला नगर रेल्वे स्टेशन की तरफ धीमी गति से बढ़ रही थी तभी किमी नम्बर १२२८/१-३ अचानक मालगाड़ी की 4 वैगनें (ईसीओ १२१२०८१४२९०, डब्लूआर १००८९१०३५७७, एसई १००७९२६२८९६, ईसीआर २२१०१२७२७५९) अप मैन लाइन से उतर कर डाउन मैन लाइन चली गयीं। इसी दौरान रात लगभग ०३.१९ बजे ग्वालियर से चल कर दिल्ली की ओर जा रही १२१५५ भोपाल- निजामुददीन एक्सप्रेस के चालक एके नामदेव ने आगे गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए इमरजेंसी बे्रेक लगा दिए, किन्तु तब तक ट्रेन का इंजन उक्त स्थान पर (डाउन मेन लाइन) पर पड़ी दुर्घटनाग्रस्त वैगन से टकरा गया। जिस कारण ट्रेन का इंजन आगे से और साइड से डैमेज हो गया। हालांकि इस घटना में ट्रेन के किसी यात्री या रेल कर्मी को कोई चोट आदि नहीं आयी। चालक व व सहायक चालक नवीन की सतर्कता व सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। सूत्रों की मानें तो ट्रेन के रुकते ही यात्री उससे उतरकर बिरला नगर रेलवे स्टेशन पर ठहर गए। इसके बाद ०५.१३ बजे १२१५५ भोपाल- निजामुददीन एक्सप्रेस को बैक कर ग्वालियर स्टेशन पर ले जाया गया। हालांकि इसके संबंध में कोई भी रेल अधिकारी कुछ भी नही बोल रहे।
    सूचना मिलने पर बिरला नगर स्टेशन से स्टाफ मौके पर पहुंच गया। इस घटना के कारण अप व डाउन मार्ग की गाडिय़ां रोक दी गयीं। झांसी मण्डल मुख्यालय से मण्डल रेल प्रबन्धक अशोक कुमार मिश्र सहित अन्य अधीनस्थ अधिकारी मौके पर पहुंच गए और घटना स्थल का जायजा लेकर तुरंत ट्रेक से दुर्घटनाग्रस्त वैगनों को हटाने के निर्देश दिये। बताया गया कि दो बैगन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मौके पर पहुंची एआरटी दुर्घटना राहत वाहन द्वारा दुर्घटनाग्रस्त वैगनों को हटाने का काम शुरू कर दिया गया। जनसम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि अप ट्रैक को प्रात: ०८.०५ बजे व डाउन ट्रैक को १०.४० बजे क्लियर कर लिया गया। घटना की एसएजी स्तर की जांच के आदेश दिए गए हैं।
    दस गाडिय़ां निरस्त, कई के मार्ग बदले
    इस घटना में जिन गाडिय़ों को निरस्त किया गया है उनमें ५१८१५ झांसी-आगरा कैण्ट पैसिंजर, ५१८१६ आगरा कैण्ट-झांसी पैसिंजर, ५९८२३ ग्वालियर-भिण्ड पैसिंजर, ५९८२४ भिण्ड-ग्वालियर पैसिंजर, ५९८२५ ग्वालियर-भिण्ड पैसिंजर, ५१८३२ आगरा कैण्ट-झांसी, ११८०१ झांसी-इटावा पैसिंजर, ५९८२७ भिण्ड-इटावा, ५९८२८ इटावा-भिण्ड, ५९८२६ भिण्ड-ग्वालियर आदि दस गाडिय़ां शामिल हैं।
    परिवर्तित मार्ग से निकाली जाने वाली गाडिय़ां– २२४५६ कालका-साईंनगर एक्सप्रेस, २२४५८ आनंदनपुर-नादेड़ एक्सप्रेस, १८२३८ अमृतसर-विलासपुर एक्सप्रेस।
    रेगुलेशन वाली गाडिय़ां- २२४१६ न्यू देहली-विशाखापटटनम एक्सप्रेस तीन घण्टा, १२७०८ हजरत निजामुददीन-तिरुपति एक्सप्रेस तीन घण्टा, १२८०८ हजरत निजामुददीन-विशाखापटटनम एक्सप्रेस तीन घण्टा रही। नई दिल्ली से चल कर हबीबगंज जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से लगभग ढाई घण्टा विलम्ब से आयी जबकि ताज एक्सप्रेस को आगरा से वापस कर दिया गया।
    जिन गाडिय़ों का शार्ट टर्मिनेशन किया गया है उनमें २१८०२ रतलाम-झांसी लिंक एक्सप्रेस को ग्वालियर से, २१८०१ झांसी-रतलाम लिंक एक्सप्रेस झांसी-ग्वालियर के बीच निरस्त, ११११२ बलरामपुर ग्वालियर को आगरा कैण्ट से, १२२८० ताज एक्सप्रेस एनडीएलएस-झांसी आगरा कैण्ट से, १२२७९ झांसी-निजामुददीन ताज एक्सप्रेस आगरा से, ५९८२१ कोटा भिण्ड गाड़ी को ग्वालियर से, ५९८२२ भिण्ड कोटा गाड़ी को ग्वालियर से वापस कर दी गयी।
    ग्वालियर स्टेशन पर उतर चुका है एक वैगन
    गंभीर बात यह है कि २५ अप्रैल (गुरूवार) को भी ग्वालियर रेल्वे स्टेशन पर प्लेटफार्म नम्बर चार पर एक मालगाड़ी एक वैगन बेपटरी हुई थी, आज फिर उसी तरह की बड़ी घटना की पुनर्रावृत्ति होना रेलवे परिचालन विभाग की लापरवाही और तकनीकी खामियों को उजागर करता है। यह तो सुखद संयोग रहा कि चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। यदि भोपाल एक्सप्रेस तेज स्पीड में गुजरती तो सैकडों यात्रियों की जान भी जा सकती थी।