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झांसी। थाना नवाबाद क्षेत्र अंतर्गत सिविल लाइंस में होटल के3 के पास कमरा किराए पर लेकर पढ़ाई के लिए गांव से शहर आई बीयू की एक छात्रा की लाश कमरे में रौशनदान से दुपट्टा के फंदे पर संदिग्धावस्था में लटकी मिली है। परिजनों की मानें तो जिस रोशनदान पर लाश लटकी थी, वो 9 फीट ऊंचा है। बांधने के लिए न कुर्सी है और न ही टेबल। कैसे वहां दुपट्टा बांधा गया। कमरे में 3 दरवाजे हैं। एक दरवाजा अंदर से बंद था, दूसरे पर ताला लगा था जबकि तीसरा दरवाजा बाहर से बंद था। इन परिस्थितियों में परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है।

झांसी के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में टीला शिवगंज निवासी धीरेंद्र की पुत्री मोहनी (17) बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में बीए फस्ट ईयर में पढ़ती थी। पहले वह शिवाजी नगर में रहती थी। 15 दिन से स्टेशन रोड पर सिविल लाइंस में होटल के3 के पीछे एक मकान में किराए पर रह रही थी। उसके साथ में बड़ी बहन काजल भी रहती थी। काजल कोचिंग कर रही थी। काजल का बुधवार को ग्वालियर में पेपर था। वह मां दीपा के साथ ग्वालियर गई थी।

परिजनों ने बताया कि दोपहर में बड़ी बेटी काजल और उसकी मां कमरे पर लौट आई। शाम को काजल कोचिंग चली गई। मां दीपा को घर मऊरानीपुर लौटना था, तब मोहिनी ने स्टेशन पर मां को ट्रेन में बैठाया। इसके बाद वो कमरे पर आ गई। थोड़ी देर बाद काजल कमरे पर लौटी तो दरवाजा अंदर से बंद था। काजल ने आवाज दी तो मोहिनी ने दरवाजा नहीं खोला। काजल ने आसपास के लोगों को बुलाया। झांककर देखा तो मोहिनी अंदर फंदे पर लटकी थी। इसके बाद काजल चीखने चिल्लाने लगी। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने किसी तरह शव को नीचे उतारा और जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।

परिजनों ने बताया कि मृतका पांच बहनों में दूसरे नंबर की थी, पढ़ने में बहुत होशियार थी, घर परिवार में कोई कमी नहीं थी। उसने एक घंटे पहले मां को स्टेशन पर छोड़ा और फिर उसकी लाश फंदे पर लटकी मिली। मामला संदिग्ध लगने के पीछे उन्होंने बताया कि कमरे में जिस रोशनदान से लाश लटकी थी वह जमीन से 8 से 9 फीट ऊंचा था। कमरे में न कुर्सी थी, न ही टेबल। रोशनदान से कैसे वहां दुपट्टा बांधा गया। इसके अलावा कमरे में 3 दरवाजे हैं। एक अंदर से बंद था, दूसरे पर ताला लगा था। तीसरा दरवाजा बाहर से बंद था। जिससे कोई भी अंदर आ सकता है। इस वजह से मामला संदिग्ध होने की आशंका है। फिलहाल पुलिस जांच पड़ताल जारी है।