झांसी। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए सुनवाई नहीं होने पर भाजपा पार्षद अंकित सहारिया समर्थकों के साथ थाने में धरना पर बैठ गए और जम कर नारेबाजी की और जब सीओ पहुंची तो पार्षद बोले कि पुलिस पर ऐसा कौन सा प्रेशर था कि मामूली झगड़े में रात-1 बजे पीड़ित को ही पकड़ लिया गया व पूरी रात उसे थाने में बंद कर उसकी ही सुनवाई नहीं की। लगभग 1 घंटे चले हंगामा के बाद क्षेत्राधिकारी के कार्रवाई के आश्वासन पर पार्षद समर्थकों के साथ चले गए।
दरअसल, सिमराहा गांव के रमेश चंद राय के पुत्र ने एक बाइक गिरवी रखी थी। बाद में पता चला कि बाइक गिरवी रखवाने का एक परिवार ने दो हजार रुपए का कमीशन लिया है। इस को लेकर रमेश चंद्र का विपक्षी से रंजिश हो गई। गुरुवार को रमेश चंद मंदिर से लौट रहे थे तभी रास्ते में विपक्षी ने रोका और गाली गलौच कर अभद्रता की। जब रमेश का पुत्र वहां आया तो उसके साथ भी गाली-गलौज की गई।
इस मामले में रमेश ने थाने में शिकायत नहीं की। इसके बाद भी रात 1 बजे पुलिस उसके घर आई और पुत्र को पकड़ कर थाने ले गई। इस मामले में एसएचओ से बात करने पर उन्होंने आश्वासन दिया कि सुबह छोड़ देंगे, किंतु छोड़ा नहीं। सुबह दूसरे पक्ष ने भी थाने में शिकायत दी। इसके बाद दबाव बनाया जाने लगा कि राजीनामा कर लो। पुलिस ने रमेश के बेटे को पीड़ित होने के बाद भी पकड़ लिया।
इसके बाद कार्रवाई नहीं होने पर भाजपा पार्षद समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। पार्षद का कहना था कि पुलिस पक्षपात कर रही है और न्याय नहीं कर रही थी, इसलिए धरना प्रदर्शन करना पड़ा। सदर थाने में पार्षद के साथ समर्थकों के धरना प्रदर्शन की सूचना मिलने के बाद सीओ सिटी स्नेहा तिवारी मौके पर पहुंची और कार्रवाई करने का भरोसा दिलाकर प्रदर्शन कर रहे पार्षद को धरने से उठाया। फिलहाल इस मामले में सीओ सिटी के आदेश पर दोनों पक्षों की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई और थाना में चल रहा धरना समाप्त हो गया।












