बुन्देलखण्ड। मध्यप्रदेश के जिला दतिया में इण्टरमीडिएट के छात्र ने अपनी प्रतिभा का ऐसा दुरुपयोग किया कि जिसने सुना उसने दांतों तले उंगली दबा ली। इस छात्र ने पैसा दिए ऑनलाइन फर्जीवाड़ा कर बिना पैसे जमा किए 1500 से अधिक एयर टिकट बुक कराए और तकरीबन दो करोड़ रुपए की चपत अलग-अलग एयरलाइंस को लगा दी।
जानकर हैरानी होगी कि मध्य प्रदेश के दतिया निवासी 27 वर्षीय इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण छात्र राज प्रताप परमार के पास हवाई यात्रा के टिकिट बुक कराने वालों की लंबी लाइन लगी होती थी। इसकी वजह थी कि वह मार्केट से कम कीमतों में हवाई टिकट जरूरतमंदों को उपलब्ध कराता था। खास बात यह रही कि फर्जी तरीके से बुक किए गए इन टिकटों पर यात्री सफर भी कर आए। इस फर्जीबाड़ा के पकड़ में आने पर कार्रवाई करते हुए मुंबई क्राइम ब्रांच ने छापा मार कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी राज प्रताप परमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने अभी तक 1500 से अधिक एयर टिकट बिना पैसे के ही बुक कराए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी विदेशी वेबसाइटों से टिकटों की बुकिंग करता था ताकि पकड़े जाने की आशंका कम हो जाए। आरोपी के अनुसार वह 12वीं उत्तीर्ण है पास है और पढ़ाई के दौरान ही उसने कंप्यूटर का कोर्स किया था। उसी दौरान एक बार टिकट बुकिंग के दौरान उसने बिना धनराशि जमा किए टिकिट हासिल करने की ट्रिक का इस्तेमाल किया और वह इसमें कामयाब भी हो गया। इसके बाद उसने इस काम अपना पेशा बना लिया। पुलिस ने आरोपी राजप्रताप के साथ दो और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
पुलिस पूछताछ में आरोपी राजप्रताप ने बताया कि वह टिकट बुकिंग के दौरान वो पूरा डाटा तो सही भरता, लेकिन जब फोन नंबर और मेल आईडी भरने की बात आती तो वहां वो जानबूझकर गलत जानकारी भरता था, वहीं पेमेंट डिटेल भरने के दौरान वह अपनी राष्ट्रीयता इंडिया ना भरके दूसरे देश की भरता था और पेमेंट देने के दौरान वो कार्ड डिटेल तो भरता थाए लेकिन सबमिट करने के बजाय कैंसिल का बटन दबा देता था। पेमेंट कैंसिल करते ही उसके यूआरल के साथ छेड़छाड़ करके कैंसल की जगह पर सक्सेस लिख देता था और यूआरल को नए विडों पर डालता तो वेबसाइट उसे सक्सेस मान लेती और टिकट बुक हो जाता था।