• लोको पायलट की सतर्कता से डबरा-सिमरिया ताल के मध्य साजिश हुई नाकाम
    झांसी। उमरे के झांसी मण्डल अंतर्गत डबरा-सिमरिया ताल के मध्य मुख्य रेल लाइन पर अर्ध रात्रि के बाद बदमाशों ने स्लीपरनुमा अवरोधक (सीमेंट कंक्रीट से बनी तार फेंसिंग की मुंडी) को रख कर ट्रेन पलटाने का प्रयास किया, किन्तु लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया।
    बताया गया है कि उत्तर मध्य रेलवे के झांसी रेल मण्डल मुख्यालय से महज 50 किलोमीटर दूर डबरा और सिमरिया ताल के बीच डाउन मैन लाइन पर किलो मीटर क्रमांक 1188/24-26 पर रात्रि लगभग 3.30 बजे बदमाशों ने अवरोधक रख ट्रेन गिराने की साजिश की। संयोग से डाउन मैन लाइन पर अवरोधक को अप लाइन पर चल रही ट्रेन के लोको पायलट ने देखा और इसकी सूचना उसने कंट्रोल मैसेज करके दी। रेलवे ट्रैक पर स्लीपर नुमा अवरोधक रखे होने की सूचना जैसे ही आरपीएफ व इंजीनियरिंग विभाग को लगी वह तुरंत तत्परता दिखाते हुए आरपीएफ के सहायक उप निरीक्षक रणवीर सिंह राजावत हमराह स्टाफ एवं इंजीनियरिंग विभाग से सीनियर सेक्शन इंजीनियर विभोर माथुर, डबरा सेक्शन मेट राम प्रकाश सिंह, डबरा स्टेशन से लगभग 6 किलोमीटर दूर रात्रि 3.30 बजे सिमरिया ताल रेलवे स्टेशन पास घटना स्थल पर पहुंच गए। वहां उन्होंने डाउन रेल लाइन पर रखे अवरोधक को लाइन से हटा दिया। इस तरह समय रहते लाइन क्लियर हो जाने पर सभी ने राहत की सांस ली।
    इस प्रकरण में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्रकरण कायम कर लिया गया है। यह मामला अर्ध रात्रि के बाद का होने से घटना बहुत ही गंभीर माना जा रहा है और लाइन पर पैट्रोलिंग व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। गौरतलब है कि पूर्व में भी डबरा-आनंतपेट रेल सेक्शन में इसी प्रकार की घटना को अंजाम दिया जा चुका है जिसमें आरपीएफ द्वारा अज्ञात बदमाश की खोज कर उसे जेल भेजा गया है।