• २ बदमाश हत्थे चढ़े पर तीन भागे, बैटरी, एलईडी लाइट, तार बरामद
    झांसी। उमरे के झांसी मण्डल अंतर्गत रेलवे स्टेशन बानमोर-साक के मध्य नूराबाद हाल्ट स्टेशन पर रेल सिग्नल को रेड कर गाडिय़ों के रुकने पर लूटमार करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को आरपीएफ टीम ने दबोच लिया जबकि उनके तीन साथी रात के अंधेरे में भाग निकलने मेें सफल रहे। आरपीएफ ने मौके से एक छोटी बैटरी, एक एलईडी लाइट, २१ मीटर बिजली का तार, ३० मीटर पतली रस्सी, ३ सिग्नल ढकने के कपड़े बरामद कर लिए।
    दरअसल, रेलवे स्टेशन बानमोर-साक के मध्य नूराबाद हाल्ट स्टेशन के पास किमी नम्बर १२४९/१-३ आई वी सिग्नल जो ग्रीन था अज्ञात लोगों द्वारा गत रात्रि २३.२५ बजे कपड़े से ढक कर बन्द कर दिया गया और छोटी बैटरी की मदद से एक लाल रोशनी की एलईडी को सिग्नल एलईडी की जगह जला कर लाल रंग का सिग्नल कर दिया गया, जिसके कारण इरोड स्पेशल मालगाड़ी के ड्राइवर ने भ्रमित होकर गाड़ी खड़ी कर दी, किन्तु मामले को गड़बड़ समझ कर ड्राइवर ने तुरन्त गाड़ी को स्टार्ट कर आगे बढ़ा दिया और इसकी सूचना स्टेशन मास्टर बानमोर को दी। इसकी जानकारी मिलने पर मामला संगीन तथा सेफटी व सिक्योरिटी से जुड़ा होने के कारण मण्डल सुरक्षा आयुक्त के निर्देश पर आरपीएफ स्टेशन पोस्ट ग्वालियर निरीक्षक द्वारा हमराह स्टाफ के साथ घटना स्थल का दौरा किया गया और उप निरीक्षक अमित मीण व केदार मीना की लीडरशिप मेें टीम बना कर कार्यवाही के निर्देश दिए।
    इस पर उक्त दोनों उप निरीक्षक ने गत रात्रि हमराह स्टाफ के साथ उक्त सिग्नल के आस पास छिप कर गुप्त निगरानी कर रहे थे की रात्रि ०२.१० बजे ५ अज्ञात व्यक्ति सिग्नल के पास आये। इनमें से दो व्यक्ति सिग्नल पर सीढियों द्वारा चढ़ गए व ग्रीन सिग्नल को कपड़े से ढक दिया और एक एलईडी ग्रीन सिग्नल लाइट के नीचे बांधने लगे। यह देख कर मौके पर छिपे रेसुब स्टाफ ने घेराबंदी कर सिग्नल पर चढ़े दो व्यक्तियों को पकड़ लिया, किन्तु उनके तीन साथी भाग निकलने में सफल रहे। आरपीएफ ने मौके पर एक छोटी बैटरी, एक एलईडी लाइट, २१ मीटर बिजली का तार, ३० मीटर पतली रस्सी, ३ सिग्नल ढकने के कपड़े बरामद कर लिए।
    पूछताछ मेें पकड़े गए व्यक्तियों ने अपना नाम राजू पुत्र सुल्तान व सत्य नारायण पुत्र अहिबरन निवासी हड्डी मिल बानमोर जिला मुरैना मप्र तथा फरार साथियों के नाम क्रमश: विजय पुत्र किशन लाल, पूरण व मुरारी बताया। उन्होंने बताया कि वह अपने साथियों के साथ नूराबाद और रायरू के जलालपुर गांव के पास रात्रि के समय रेलवे सिग्नल को कपड़े से ढक कर व नकली एलईडी लाल रंग की लाइट सिग्नल के खंभे पर बांध कर उसको बैटरी से जला कर ट्रेनों को रोक लेते। ट्रेन के रुकते ही वह कोचों में प्रवेश कर लूटमार कर भाग जाते हैं। इस गैंग केे पकड़े जाने से सिगनल रेड कर गाडिय़ों में लूटमार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हो गया। इन अपराधियों के पकड़े जाने से न केवल रेलवे अपराध रुकने में मदद मिली वहीं इस घटना के कारण प्रभावित हो रही रेलवे सेफ्टी को भी बचाया गया। उक्त दोनों अपराधियों के खिलाफ रेसुब पोस्ट ग्वालियर में प्रकरण कायम कर फरार तीनों साथियों की तलाश शुरू कर दी गयी ।