• आरपीएफ ने दबोचा तस्कर कर गुर्गा, 11 किलो गांजा बरामद
    झांसी। ट्रेन के माध्यम से उड़ीसा से प्रतिबंधित नशा गांजा की खेप को चोरी छिपे लेकर दिल्ली जा रहे नशे के तस्कर के गुर्गे को आरपीएफ की टीम ने उस समय दबोच लिया जब वह झांसी स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहा था। बरामद गांजा की कीमत फुटकर बाजार में लगभग 110000 रूपये आंकी गयी है।
    दरअसल, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ द्वारा जारी एनडीपीएस एक्ट से संबंधित आदेश के अनुपालन में उमा कांत तिवारी मण्डल सुरक्षा आयुक्त झांसी मंडल के निर्देशन में अशोक कुमार यादव प्रभारी निरीक्षक स्टेशन पोस्ट के नेतृत्व में आज उप निरीक्षक रविन्द्र सिंह राजावत हमराह आरक्षक राघवेंद्र सिंह, रूदल साहनी, राजकुमार वर्मा व ब्रजमोहन मीना के साथ गश्त कर रहे थे। इस दौरान प्लेटफार्म नम्बर चार पर दिल्ली एण्ड की तरफ लगभग 21 वर्षीय एक युवक एक ट्राली व एक पिटठू बैग के साथ संदिग्ध अवस्था में प्लेटफाम पर दिखाई दिया। आरपीएफ टीम ने संदेह होने पर घेराबंदी कर उसे पकड़ कर तलाशी ली तो उसके पास के बैगों में कपड़ों में छिपा कर रखे गांजे के पैकेट दिखाई दे गए।
    पूछताछ में उसने बताया कि गांजा की खेप वह उड़ीसा से लाकर दिल्ली ले जा रहा है। उसने अपना नाम शाजमाल उर्फ जमाल पुत्र मिलन गाजी निवासी जेजे कॉलोनी थाना भालस्वा डेरी लिबासपुर जिला उत्तर पश्चिम दिल्ली बताया। पकड़ा गया युवक यह नहीं बता सका कि उड़ीसा में उसे किसने गांजे की खेप दी और इसे दिल्ली किसके पास पहुंचाना थी। उसने बताया कि उसे तो गांजा की खेप को ठिकाने पर पहुंचाने के एवज में चंद हजार रुपए मिलते हैं। इस पर युवक को मय गांजा से भरे बैगों सहित पोस्ट पर लाया गया। गांजा की जब तोल की गयी तो 11 किलो निकला। इस पर आरोपी के खिलाफ आरपीएफ द्वारा धारा 42 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर गिरफ्तार कर गाँजा के पैकेट को जप्त कर लिया। बरामद उक्त गांजा की कीमत खुले बाजार में लगभग 110000 रूपये आंकी गयी है। उप निरीक्षक रेसुब द्वारा कार्यवाही कर उक्त अभियुक्त को मय 11 किलो गांजे के साथ राजकीय रेलवे पुलिस को अंतर्गत धारा 53 एनडीपीएस एक्ट के तहत अग्रिम कार्यवाही हेतु सुपुर्द किया गया।
    नशे के सौदागर का दिहाड़ी गुर्गा है
    दरअसल, प्रतिबंधित नशा गांजा, अफीम, चरस, स्मैक, हेरोइन आदि के तस्कार मांग के अनुरूप नशे की खेप दिहाड़ी गुर्गों के माध्यम से बताए गए शहरों में पहुंचाते हैं। गुर्गों को यह पता नहीं होता कि खेप देेने वाला कौन है और जिसके पास पहुंचाना है वह कौन है। उन्हें तो अपनी दिहाड़ी से मतलब। यही कारण है कि पकड़े जाने पर नशे की तस्करी के नेटवर्क का खुलासा नहीं हो पाता है। ऐसे ही एक गुर्गा आज संयोग से आरपीएफ के हत्थे चढ़ गया और उसके खिलाफ कार्यवाही कर जीआरपी के हवाले कर दिया।
    आरपीएफ को मिले अधिकार की जोन में पहली कार्यवाही
    गौरतलब है कि आरपीएफ को हाल ही में एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत धारा 42 का पॉवर मिल गया है। इसके चलते अब आरपीएफ को प्रतिबंधित नशा पकडऩे पर आरोपी को पकड़ कर कार्यवाही करने में जीआरपी की मदद नहीं लेना पड़ेगी। धारा 42 का पॉवर मिल मिल जाने से आरपीएफ स्वयं इस तरह के मामलों में पकड़ कर अग्रिम कार्यवाही हेतु जीआरपी को सौंप सकती है। इसी के तहत आज आरपीएफ स्टेशन पोस्ट ने झांसी स्टेशन पर गांजा सहित युवक को दबोच कर पूरे जोन में पहली कार्यवाही की है। इसकी आरपीएफ उ’चाधिकारियों ने सराहना की है।