• दो प्रतिष्ठानों पर आरपीएफ का छापा, पर्सनल आईडी पर बन रहे थे टिकिट
    झांसी। आरपीएफ स्टेशन पोस्ट व डिटेक्टिव विंग द्वारा रेलवे ई-टिकिट की कालाबाजारी के खिलाफ की गयी कार्यवाही के तहत बरुआसागर में निक्की डिजिटल कम्प्यूटर्स व सानिया कम्प्यूटर्स पर छापे मारे। इस कार्यवाही में दोनों प्रतिष्ठानों पर पर्सनल आईडी पर अवैध रूप से ई-टिकिट बना कर ब्लैक में बेचने का मामला उजागर हो गया। दोनों प्रतिष्ठानों से पर्सनल यूजर आईडी से बनाए गए 809684 रुपए कीमत के ई-टिकिट का अवैध कारोबार पकड़ा गया।
    आरपीएफ स्टेशन पोस्ट पर तैनात उप निरीक्षक रविंद्र सिंह राजावत, आरक्षक राघवेन्द्र सिंह, अरूण सिंह राठौर, सीआईबी आरक्षक दीपक कुमार, प्रधान आरक्षक अवधेश कुमार रेलवे के ई-टिकटों की अवैध कालाबाजारी की धरपकड़ हेतु छेड़े गए अभियान में मुखबिर की सूचना पर जनपद के कस्बा बरुआसागर बाजार में निक्की डिजिटल कम्प्यूटर्स पर छापा मारा। इस कार्यवाही में उक्त दुकान पर एक व्यक्ति लैपटॉप पर कार्य करता हुआ मिला। पूछताछ में उसने स्वयं को दुकान मालिक बताते हुए अपना नाम व पता प्रदीप लक्षकार उर्फ राजू पुत्र कैलाश चन्द्र निवासी बाजार बरूआसागर बताया। तलाशी में उसकी मेज से रेलवे ई टिकिट के प्रिंट आउट मिले। उनके बारे में उसने बताया कि वह अपनी 06 पर्सनल यूजर आईडी के माध्यम से रेलवे ई टिकिट बना कर मुनाफे के साथ लालचवश बेचता है। साथ ही साथ उसने रेलवे ई टिकिटों को उक्त आइडियों से निकाल कर 05 अदद आगामी व 35 पिछली यात्रा टिकिट दिए जिनकी कीमत 130916 रूपये है। टीम ने लैपटॉप, प्रिण्टर आदि जब्त किए और आरोपी प्रदीप लक्षकार को बंदी बना कर उसके खिलाफ धारा 143 रेलवे एक्ट में मामला पंजीकृत कर न्यायालय में पेश किया गया।
    इसी प्रकार उप निरीक्षक रविंद्र सिंह राजावत, आरक्षक बीसी अनुरागी, ओमवीर सिंह, सीआईबी आरक्षक दीपक कुमार, प्रधान आरक्षक अवधेश कुमार प्रभारी के साथ बरुआसागर के इन्दीवर नगर में सानिया कम्प्यूटर्स पर छापा मारा। वहां भी एक व्यक्ति लैपटॉप पर कार्य करता हुआ मिला। उसने अपना नाम व पता सरफराज नवाज उर्फ सानू पुत्र रहमान निवासी इन्दीवर नगर, बाजार बरूआ सागर बताया। दुकान मालिक सरफराज की मेज से रेलवे ई टिकिट के प्रिंट आउट मिले। इसके बारे में उसने स्वीकारा कि वह अपनी पर्सनल यूजर आईडी के माध्यम से रेलवे ई टिकिट बना कर ब्लेक में बेचता है। उसने रेलवे ई-टिकिटों को उक्त पर्सनल आइडियों से निकाल कर 04 आगामी व 80 पिछली यात्रा टिकिट दिए जिनकी कीमत 6,78,768 रूपये थी। टीम द्वारा मौके से लैपटाप आदि जब्त कर आरोपी सरफराज नवाज के खिलाफ धारा 143 रेलवे एक्ट में मामला पंजीकृत कर न्यायालय में पेश किया गया।