झांसी। चिन्मय मिशन झांसी के तत्वाधान में सिविल लाइन स्थित प्रांगण में गीता गायन की राष्ट्रीय प्रतियोगता के झांसी महानगर फाइनल स्तर की चिन्मय गीता गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ सरस्वती माता के विग्रह के समक्ष ब्रह्मचारी राघवेंद्र चैतन्य, चंदा अरोड़ा, गीता संयोजक एवं पूर्व प्रधानाचार्य आर पी गुप्ता और स्कूलों की वरिष्ठ अध्यापिकाओं द्वारा दीप प्रज्वलन से किया।

निर्णायक मंडल एम एल सिरोंठीया, एम डी गुप्ता, नूपुर श्रीवास्तव, हरीश अग्रवाल, एस एस गुप्ता, मेघना गुप्ता के सानिध्य में विद्यार्थियों ने अपनी कक्षा के अनुसार दो ग्रुपों में गीता के 15 वे अध्याय पुरुषोत्तम योग के संस्कृत श्लोकों का सुमधुर गायन किया। इस फाइनल स्तर प्रतियोगियों में कक्षा 1 से लेकर 12 तक के 29 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

ब्रह्मचारी राघवेंद्र चैतन्य ने इस अवसर पर बच्चों को प्रेरणा देते हुए कहा कि हमें गीता हमें सफलता के साथ सुख भी प्रदान करती है। अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आधारभूत जीवन मूल्य हमें गीता में मिलते है। यह विश्वस्तरीय प्रतियोगिता चिन्मय मिशन द्वारा संपूर्ण विश्व में कराया जाने वाला कार्यक्रम है जो नई पीढ़ी को संस्कारी बनाता है। गीता संयोजक आर पी गुप्ता ने स्वागत करते हुए प्रतियोगिता के नियम बताए।

सचिव इ० मुकेश गुप्ता ने मुस्लिम बच्चों और उनके अभिवावकों को इस प्रतियोगिता में शामिल होने हेतु उनका अभिनन्दन किया और धार्मिक एवं आध्यात्मिक होने का मुख्य अंतर बताया, गीता एक आध्यामिक ग्रन्थ है जो सभी धर्मों के लोगों को प्रेरणा देता है। आज के फाइनल कार्यक्रम की प्रायोजक चंदा अरोड़ा रही, जिनका चिन्मय मिशन परिवार की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

इस अवसर पर मिशन सदस्य नीलम सिंह, वीरेन्द्र गुप्ता, अशोक अग्रवाल पीएनबी, चंद्रा अरोड़ा सहित अभिभावक और आर एन एस वर्ल्ड, लोकमान्य तिलक, स्वामी विवेकानंद, राजेंद्र प्रसाद कन्या इंटर कॉलेज आदि के विद्यार्थी उपस्थित रहे। सभी विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने गुरुदेव की आरती वंदना प्रस्तुत की। अंत में सचिव इं0 मुकेश गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।