प्राइवेट पार्ट पर वार किए, फिर गला रेता

झांसी। बबीना पुलिस ने साहिल हत्याकांड में ताई मंजू, ताऊ अवतार समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर 12 साल के साहिल की हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। उसकी ताई मंजू यादव ने हंसिया से हत्या की थी। वह साहिल की हरकतों की वजह से उससे नफरत करती थी। कुछ दिन पहले साहिल ने उसकी 13 साल की बेटी का हाथ पकड़कर अभद्रता की थी। तब ताई ने बदला लेने के लिए साहिल के मर्डर का प्लान बनाया।

अभियुक्ता मंजू ने बताया कि साहिल यादव, उसके देवर रंजीत का पुत्र था। साहिल की हरकतें बड़े बच्चों जैसी थीं; वह नशा करता था, स्कूल नहीं जाता था और मोबाइल पर अश्लील वीडियो व फोटो देखता था। साहिल ने एक बार उसकी सबसे छोटी बेटी के साथ अनुचित व्यवहार किया और लगातार गाली-गलौज भी करता था। अभियुक्ता ने बताया कि जब उसे इस बारे में पता चला, तब उसने साहिल को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह कोई भी बात नहीं सुनता था और रास्ते में अपनी बेटी के साथ आते-जाते समय हाथ पकड़ता और गाली देता रहता था।

इसके बाद अभियुक्ता व उसके पति और उसके भतीजे ने यह ठान लिया कि यदि हमें अपनी इज्जत बचानी है, तो साहिल को रास्ते से हटाना पड़ेगा। अभियुक्त और रंजीत के बीच जमीन को लेकर विवाद काफी समय से चल रहा था, जिसके कारण हमारे बीच आपसी संपर्क, घर-आगमन और बातचीत पूरी तरह बंद हो गई थी।

इसलिए उसने अपने पति और अपने भतीजे सत्येन्द्र के बिना ही 27 अक्टूबर को अपने घर पर रहकर देखा कि उस दिन बारिश हो रही थी और साहिल अकेले अपने खेत पर गया हुआ था। जहाँ साहिल की भूसे की कोठरी बनी हुई थी, अभियुक्ता भी पीछे से वहाँ पहुँच गई तथा साहिल को समझाने की कोशिश की तो उसने बात मानने से मना कर दिया इससे अभियुक्ता को गुस्सा आ गया और वहीं पर रखे हंसिये से उसने साहिल के प्राइवेट पार्ट व गले पर वार किया। जिससे साहिल गिर गया। इसके बाद वह वहाँ से बाहर झाड़ियों के पास हंसिया फेंककर घर चली गई, हाथ धोकर उस दिन पहने हुए कपड़े जला दिए।

साहिल गांव के मॉडर्न पब्लिक स्कूल में 7वीं कक्षा में पढ़ता था। 27 अक्टूबर को वह स्कूल नहीं गया था। दोपहर करीब 2 बजे घर से भैंसों को लाने के लिए खेत पर गया था। जब वह घर नहीं पहुंचा तो साहिल की मां कांति देवी खेत पर पहुंची। वहां साहिल नजर नहीं आया। खेत पर बने कमरे में बाहर से ताला लगा था। इसके बाद कांति ने परिजनों को सूचना दी। इस पर परिवार के लोग खेत पर पहुंचे और साहिल की तलाश शुरू कर दी। काफी देर खोजने के बाद साहिल का कोई सुराग नहीं लगा। तब भूसे वाले कमरे का ताला खोला गया। अंदर साहिल की लाश पड़ी थी। पिता रंजीत ने भाभी मंजू, भाई अवतार और भतीजे सतेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कराया था।

6 साल से बोलचाल बंद थी

साहिल के पिता की अपनी भाभी मंजू और भाई अवतार से बोलचाल बंद थी। दोनों परिवारों में 6 साल से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। बताया जा रहा है कि रंजीत ने कुछ समय पहले अपने हिस्से की जमीन बेच दी थी। तभी से अवतार का परिवार रंजिश रखे हुए था। साहिल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उससे छोटी 10 साल की एक बेटी है। पिता प्राइवेट फैक्ट्री में काम करता है।