• स्कूल में सौम्या अवस्थी ने शिक्षिकाओं को भी दी सलाह
    झांसी। जनपद के विकास खण्ड बड़ागांव के ग्राम दिगारा में प्राथमिक व जूनियर हाई स्कूल में (अंग्रेजी मॉडल) में जिला आकांक्षा समिति की अध्यक्षा/ जिलाधिकारी की धर्मपत्नी सौम्या अवस्थी बालिकाओं को गुड टच व बैड टच की जानकारी देते समय एक शिक्षिका के रूप में नजर आयीं। उन्होंने बालिकाओं को सीख दी कि जब भी असुरक्षित महसूस करो, तुरन्त जोर से बोलो ताकि सभी तुम्हें देखें। जब भी कोई घटना आपके साथ घटित हो, चुप न रहें।
    उन्होंने बताया कि आज के परिवेश में बालिकाओं की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन सुरक्षा के लिए हमें स्वयं आगे आना होगा, परिवार के सदस्यों के साथ बात करनी होगी। शिक्षिकाएं भी क्लास की बालिकाओं से दोस्ताना व्यवहार करें और उनकी एक एक एक्टिविटी पर नजर रखें। यदि कहीं भी उनके व्यवहार परिवर्तन नजर आए तो अवश्य बात करें। गुड टच और बैड टच की जानकारी दें। सौम्या अवस्थी बालिका सुरक्षा जुलाई अभियान के तहत सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि वह वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की नगरी की हैं, वह वीरांगना की तरह निडर व साहसी बनें, यदि कोई भी छेड़छाड़ या मिसविहेव करता है तो उसका विरोध करें व इसके बारे में सबसे पहले अपने मां-पिता या परिजनों को अवश्य बताएं। यदि परिवार का ही कोई सदस्य आपके साथ गलत व्यवहार करता है इसकी जानकारी परिवार के सदस्यों को अवश्य दें। यदि आप चुप रहीं तो गलत हरकत करने वाले की हिम्मत बढ़ेगी और वह लगातार परेशान करेगा। उन्होंने कहा कि ईश्वर भी उसकी सहायता करते है जो अपनी सहायता स्वंय करता है।
    अध्यक्षा सौम्या ने बेटियों में बढ़ते असुरक्षा के माहौल को रेखांकित करते हुए शिक्षिकाओं से कहा कि बेटियों में आत्म सम्मान पैदा करें, उन्हें स्नेह दें ताकि उसका विकास हो। उन्हें मजबूती दें ताकि वह संकोच त्याग कर खुलकर बात कर सकें। बालिकाओं को अ’छा स्पर्श और गंदा स्पर्श की भी जानकारी दें ताकि वह समझ सकें कि उनके साथ क्या हो रहा है। सेल्फ डिफेंस के विषय में भी बताया जाना आवश्यक है। उन्होंने हैल्पलाइन नम्बर 181, 1090, 1098, 112, 100 की बारीकी से जानकारी दी। इस मौके पर एबीएसए दीप्ती रिछारिया ने प्रगति रिपोर्ट बतायी। कार्यक्रम में डा0 नीति शास्त्री, सुमन राय, ग्राम प्रधान गोविन्द सिंह यादव, सीएम निभोरकर, प्रधानाचार्य शौकत अली, मुधपासी सहित अन्य शिक्षिकाएं मौजूद रहीं।