• एनसीआरईएस के विरोध प्रदर्शन पर झुका रेल प्रशासन
    झांसी। 11 सितम्बर को सी केबिन झांसी के पास एमपी यूनिट में कार्यरत ट्रैक मेंटेनर्स के साथ मारपीट प्रकरण में उस समय नया मोड़ आ गया जब एनसीआरएमयू के घेराव व प्रदर्शन के चलते कथित आरोपी आरोपी ट्रैक मेंटेनर्स धर्मेंद्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया एवं तीन अन्य सलमान, हेमन्त व भगवान दास को चार्जशीट जारी करने के आदेश अपर मण्डल रेल प्रबन्धक द्वारा जारी कर दिए गए। इस पर भड़के एनसीआरईएस के नेताओं ने रात में ही मण्डल अभियंता मुख्यालय ट्रेक व अपर मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय पर प्रदर्शन कर वास्तविकता सामने रख कर चारों कर्मचारियों पर दण्डात्मक कार्यवाही का दबाव बनाने को साजिश निरूपित कर प्रबल विरोध किया। इस पर ट्रैक मेेंटेनर्स धर्मेन्द्र का निलम्बन वापस ले लिया गया। इससे एनसीआरईएस का आक्रोश शांत हो गया।
    दरअसल, एनसीआरएमयू के दबाव में अपर मण्डल रेल प्रबन्धक द्वारा ट्रैक मेंटेनर्स धर्मेंद्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया एवं तीन अन्य सलमान, हेमन्त व भगवान दास को चार्जशीट जारी करने की जानकारी एनसीआरईएस के नेताओं को लगी तो आक्रोश फैल गया और एनसीआरईएस के मंडल अध्यक्ष रामकुमार सिंह, सचिव बीजी गौतम, प्रशासनिक शाखा सचिव सुरेश कुमार राय, डीजल शाखा अध्यक्ष सुभाष चंद्र बोस, सचिव राजेश गुप्ता, शाखा के अध्यक्ष एनके सिंह व वर्कशॉप शाखाओं के तमाम पदाधिकारी गण भानु प्रताप सिंह चंदेल, लाखन सिंह, इंद्र विजेंद्र सिंह, कामता साहू, संजीव नायक आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने रात में ही मण्डल अभियंता मुख्यालय ट्रेक व एडीआरएम चेंबर के बाहर जिन्दाबाद व मुर्दाबाद के नारे लगा कर कर्मचारियों के खिलाफ दबाव में कार्यवाही करने के विरोध में जबरदस्त प्रदर्शन किया।
    इस दौरान एनसीआरईएस के नेताओं की अधिकारी द्वय से वार्ता हुई। इस दौरान उन्होंने बताया कि 11 सितम्बर को एमपी यूनिट सी केबिन के सामने लाइन लगाने का काम कर रही थी। शाम 5 बजे काम खत्म कर यूनिट के कुछ लोग सामान लेकर जाने लगे। इस दौरान ट्रैक मेण्टेनर्स रामकुमार व धर्मेंद्र अपनी अपनी गाड़ी उठाने गए तभी मजाक मजाक में उनमें आपस में गाली गलौज एवं झड़प होने लगी। दोनों के बीच हाथापाई देखते हुए भगवान दास, हेमंत व सलमान दौड़ते हुए पहुंचे और दोनों को बीच बचाव कर समझा कर घर भेज दिया। इसके बाद दूसरे दिन ड्यूटी आए तब पता चला की रामकुमार ने एनसीआरएमयू का सहारा लेते हुए प्रशासनिक कार्रवाई की। इसमें उसने आरोप लगाया कि धर्मेंद्र, सलमान, भगवानदास और हेमंत ने मिलकर मुझे मारा जबकि यह बात गलत है और जिन लोगों ने गवाही देख कर हस्ताक्षर किए जिसमें अर्जुन, नरेंद्र, करन, डालचंद मौजूद ही नहीं थे। इस मामले में एनसीआरएमयू के लोगों ने अधिकारियों का घेराव किया और दबाव डालकर धर्मेंद्र को निलंबित व हेमंत, सलमान, भगवानदास को चार्जशीट दिलवाले का कार्य किया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह साजिश के तहत हुआ है। स्थिति को देख कर अधिकारी द्वय ने न्याय का आश्वासन दिया और ट्रैक मेण्टेनर्स धर्मेंद्र का निलम्बन वापस लेकर बहाल कर दिया और बाकी तीनों कर्मचारियों का जवाब मिलने पर न्यायोचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया। इस पर प्रदर्शनकारियों का आक्रोश शांत हो गया।