• उत्पीडऩ व भेदभाव के खिलाफ डीआरएम कार्यालय में किया प्रदर्शन
    झांसी। उमरे के झांसी मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय में आज उस समय हंगामा हो गया जब सीनियर डीईई (जी) के उत्पीडऩ व भेदभाव पूर्ण कार्यवाही से परेशान सेफटी विभाग के कर्मचारियों एवं विद्युत सामान्य विभाग में वरिष्ठ पर्यवेक्षकों व कर्मचारियों का आक्रोश फट पड़ा। पीडि़तों ने महाप्रबन्धक के आगमन पर जबरदस्त प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। हालत यह हो गयी कि महाप्रबन्धक को प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधि मण्डल से वार्ता करना पड़ी। उन्होंने आरोपों को सुन कर आश्वस्त किया कि एक सप्ताह में कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान कर उनके साथ न्याय किया जाएगा, किसी भी हालत में पक्षपात नहीं होने दिया जाएगा।
    गौरतलब है कि झांसी मण्डल के दर्जनों कर्मचारियों ने सीनियर डीईई (जी) पर सेफटी विभाग के कर्मचारियों एवं विद्युत सामान्य विभाग में वरिष्ठ पर्यवेक्षकों व कर्मचारियों के साथ भेदभाव व उत्पीडि़त करने, पक्षपातपूर्ण स्थानांतरण पालसी, सीनियर को बाहर कर जूनियर से काम कराने आदि आरोपों को लेकर आंदोलित हैं। आज उमरे के महाप्रबन्धक के आगमन पर पीडि़त कर्मचारियों व सुपरवाइजर ने मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय में प्रदर्शन किया। हालत देख कर प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए मण्डल रेल प्रबन्धक व सीनियर डीपीओ पहुंचे, किन्तु पीडि़त बिना जीएम से मिले प्रदर्शन समाप्त नहीं करने पर अड़ गए। उनका कहना था कि पूर्व में भी वह लोग उत्पीडऩ की जानकारी दे चुके हैं, किन्तु आश्वसन का झुनझुना थमाया गया पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी। इस पर उन्होंने जीएम से प्रतिनिधि मण्डल के मिलने पर सहमति व्यक्त कर दी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों में से वरिष्ठ एसएसई आरडी शर्मा, एसएसई ईस्ट लखन लाल, एसएसई वेस्ट लाल मणि वर्मा, एई लालता प्रसाद महाप्रबन्धक से मिलने पहुंचे।
    वहां उन्होंने सीनियर डीईई (जी) पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने अधिकारी पर तैनाती में जात-पांत के आधार पर भेदभाव व दुव्र्यवहार करने, नियमों के खिलाफ स्थानांतरण्, सीनियर के स्थान पर जूनियर को तैनात किए जाने, दबाव में काम कराने, जानबूझ कर दण्डित करने के आरोप लगाते हुए बताया कि पांच माह से कर्मचारियों व सुपरवाइजर को आर्थिक व मानसिक रूप से उत्पीडि़त किया जा रहा है। १५ से १६ घण्टे तक काम लिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में कर्मचारी व सुपरवाइजर काम करने की स्थिति में नहीं हैं और कभी कोई बढ़ी घटना घटित हो सकती है। उन्होंने बताया कि विभाग में असंवेदनशील पद पर कार्यरत वरिष्ठ एसएसई को सामान वेतनमान में बिना आप्शन, बिना कारण डीआरएम कार्यालय से वर्कशाप यूनिट स्थानांतरित कर दिया गया। १९ अगस्त को विभाग द्वारा जारी जीएमआई, सिक मेमो, मेडिकल सिक की लिखित सूचना देने के बाद भी हाजिरी रजिस्टर से नाम काट दिया गया जबकि इसी कार्यालय में सीओएस के पद पर कार्यरत कर्मचारी का वर्कशाप स्थानांतरण हुए तीन माह हो गए, किन्तु वर्तमान में उसी स्थान पर कार्यरत है।
    आरोपों की झड़ी ने जीएम को हिला दिया और उन्होंने आश्वस्त किया कि किसी का उत्पीडऩ नहीं होने दिया जाएगा। आरोपों की जांच कर न्याय किया जाएगा। उन्होंने इस मामले मेें मण्डल रेल प्रबन्धक को दिशा-निर्देश देकर स्थिति में सुधार करने के निर्देश दिए। जीएम के आश्वासन पर प्रतिनिधि मण्डल न्याय की अपेक्षा के साथ बाहर निकल आया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को जीएम से हुई वार्ता की जानकारी दी। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त हो गया।