इलाहाबाद। भारतीय रेलवे और जनता की सुरक्षा के मुद्दों को पूरा करने के लिए समर्पित रेलवे सुरक्षा बल, उत्तर मध्य रेलवे पारंपरिक रूप से एक कर्तव्यनिष्ठ और अनुशासित है, और यह सदैव से ही भारतीय रेल के ग्राहकों की आकांक्षा को पूरा करने और प्रशासन की माँगों के प्रति प्रतिबद्धता रही है। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए हुए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के उपरांत इस बल के सदस्यों ने अपने दायित्वों में मानवीय पहलू को जोड़ते हुए समाज की तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करने के प्रयास शुरू कर दिए। रेलवे के इंस्टॉलेशनों और संसाधनों की सुरक्षा के अपने नियमित दायित्वो के निर्वहन के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता के मानकों को पूरा करते हुए इन्होंने असहाय और गरीबों के मध्य राशन और भोजन वितरण का कार्य प्रारंभ कर दिया।
• रेल सुरक्षा बल उत्तर मध्य रेलवे द्वारा प्रयागराज, प्रयागराज छिवकी, नैनी, सूबेदारगंज, फतेहपुर, मानिकपुर, कानपुर सेंट्रल, कानपुर जीएमसी, कानपुर अनवरगंज, पनकी धाम, भरवारी, मिर्जापुर, विंध्याचल, चुनार, इटावा, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, फफुंद, टूंडला, अलीगढ़, खुर्जा, हाथरस, दादरी, आगरा कैंट, मथुरा, झांसी, ललितपुर और ग्वालियर स्टेशन जैसे रेलवे स्टेशनों के आसपास के क्षेत्रों में वंचित लोगों को भोजन प्रदान किया जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान रेलवे परिसंपत्तियों एवं रोलिंग स्टॉक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेल सुरक्षा बल प्रयास कर रहा है। ्

• रोलिंग स्टॉक की सुरक्षा हेतु 303 आरपीएफ स्टाफ को 18 भरी हुई और 99 खाली माल गाड़ियो के रेकों, खाली खड़े 110 यात्री ट्रेनों के रेक और 206 लोकोमोटिव की सुरक्षा के लिए लगाया गया है।
• रेल सुरक्षा बल उत्तर मध्य रेलवे खाद्यान्न वाली मालगाड़ी और पार्सल स्पेशल ट्रेनो की सुरक्षा हेतु एस्कॉर्ट कर रहा है। आरपीएफ द्वारा दिनांक 31.03.2020 से अब तक, खाद्यान्न से भरी लगभग 50 मालगाड़ियों और पीसमील में सामान ले जा रही 14 पार्सल गाड़ियों के साथ एस्कॉर्ट किया गया है।
• रेल सुरक्षा बल उत्तर मध्य रेलवे ऐसे व्यक्तियों पर भी नज़र रख रहा है जो अपने गृहनगर पटरी-पटरी के रास्ते एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैं या यात्रा के लिए मालगाड़ी से जाने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे व्यक्तियों को उतारा जा रहा है।
• सिविल पुलिस और जीआरपी के साथ एक करीबी समन्वय बनाते हुए उत्तर मध्य रेलवे में सुचारू ट्रेन संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है।

रेल सुरक्षा बल प्रशासन अपने नियमित दायित्वों और सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के साथ ही अपने कर्मियों के स्वास्थ्य के प्रति भी सतर्क है और उसने निम्न प्रयास किए हैं:-
• कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के साथ-साथ सभी कर्मचारियों की नियमित रूप से कोविड -19 के लक्षणों के लिए निगरानी की जा रही है। अभी तक किसी भी आरपीएफ कर्मचारियों में कोविड -19 के संकेत नहीं मिले हैं। रेल सुरक्षा बल कर्मियों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। क्विज़ प्रतियोगिता के विजेताओं को विटामिन-सी की गोलियां, मास्क, हैंड ग्लव्स, हैंड सैनिटाइज़र, हैंड वाश आदि दिए गए। प्रतियोगिता के दौरान सामाजिक दूरी के सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन किया गया।
• वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बैरकों, कॉलोनियों और कार्यस्थलों का निरीक्षण किया जा रहा है एवं ड्यूटी कर रहे कर्मियों को प्रेरित करने तथा उनके परिवारों के साथ संवाद कर उन्हें जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। इसी तरह के एक निरीक्षण में प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने प्रयागराज में RPSF 8 Bn D Coy बैरक का दौरा किया और मास्क, सैनिटाइज़र, विटामिन-सी की गोलियां आदि वितरित कीं। साथ ही कर्मचारियों को कोविड-19 से सावधानियों के बारे में जानकारी दी और उन्होंने वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त को आवश्यक बेड कॉट और गद्दा आदि प्रदान करने के भी निर्देश दिए।
• आरपीएफ जोनल ट्रेनिंग सेंटर, सूबेदारगंज में, महिला ट्रेनी के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता के मानकों को सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रशिक्षुओं के लिए पर्याप्त स्थानों पर साबुन और हैंड-वाश रखा जा रहा है। सभी प्रशिक्षुओं को मास्क प्रदान किए गए हैं। ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के दौरान सुरक्षित सामाजिक दूरी बनाए रखी जा रही है।
• आरोग्य सेतु ऐप COVID-19 के खिलाफ देश की लड़ाई को मजबूत करने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा विकसित एक ऐप है। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और अब तक 2465 से 1865 आरपीएफ कर्मियों और 1555 परिवार के सदस्यों ने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर लिया है।
• अधिक उम्र के व्यक्तियों के इस रोग से संक्रमित होने की अधिक संभावना है अत: 55 वर्ष से अधिक आयु वाले कुल 301 कार्मिकों (प्रयागराज 147, झांसी 92, आगरा 27, जोनल मुख्यालय – 35) को गैर-एक्सपोज़र वाले दायित्व दिए गए हैं।
• कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि चूंकि मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, उन्हें अपने स्वास्थ्य के बारे में खाद्य और पेय पदार्थों के उचित सेवन के बारे में अधिक जागरूक होना चाहिए और कम से कम दो बार अदरक की चाय का सेवन, गर्म पानी, लौंग और काली मिर्च का सेवन और सुबह नियमित रूप से ध्यान करना आदि कुछ उपायों का पालन करना चाहिए। कर्मचारियों को विटामिन-सी सप्लीमेंट भी दिए जा रहे हैं।
हमारे उत्तर मध्य रेलवे स्काउट एंड गाइड के स्वयंसेवक भी योगदान दे रहे हैं। वे रेलवे कॉलोनियों में डोर टू डोर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। झांसी डिवीजन के स्काउट रवीश और नीरज ने जनता को सामाजिक दूरी, हैंडवाशिंग और अन्य सावधानियों के महत्व के बारे में जागरूक किया।
आगरा मंडल के स्काउट्स एंड गाइड्स ने कमजोर और जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरित किया।

आज भी प्रयागराज में ग्रामीणों के लगभग 50 परिवारों को उत्तर मध्य रेलवे स्काउट्स एंड गाइड्स द्वारा 15 दिनों का भोजन और राशन उपलब्ध कराया गया। उत्तर मध्य रेलवे स्काउट्स एंड गाइड्स के राज्य सचिव डॉ शिवम शर्मा द्वारा स्काउटर रवि, संजीत, पंकज देब और गाइड शांति डोलोई के साथ सूबेदारगंज और राजरूपपुर के पास स्लम क्षेत्र में राहत सामग्री वितरित की।
स्काउट्स एंड गाइड्स देर रात के समय रेलवे प्रतिष्ठानों में ड्यूटी कर रहे सुरक्षा कर्मियों को चाय और नाश्ता भी उपलब्ध करा रहे हैं।