झांसी। करेला ऊपर से नीम चढ़ा की कहावत उस समय चरितार्थ हो गयी जब कोरोना काल में काम धंधे बंद की समस्या से जूझ रहे युवक को नौकरी जाने के ग़म ने इतना भयभीत कर दिया कि उसने मौत को गले लगा लिया। अंधकारमय भविष्य से परेशान बरुआसागर के प्राइवेट सुरक्षा गार्ड ने निर्माणाधीन सभागार में जेेेेेेनरेटर रूम में फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली। इस दुखद घटना के पीछे जेडीए के एक अकाउंटेंट द्वारा युवक की सेवा समाप्त करने की उद्घोषणा करना बताया जा रहा है। जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से परेशान था।

दरअसल झांसी के दीनदयाल सभागार का पुनर्निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस कार्य आदि की देखभाल के लिये जेडीए ने 1 माली, 1 स्वीपर, 2 चौकीदार सुबह और 2 चौकीदार रात के लिये तैनात रखे हुये है। बताया गया है कि जेडीए के एक अकाउंटेंट ने संविदा पर तैनात एक चौकीदार दीपक रायकवार पुत्र हरचरण उम्र 40 वर्षीय निवासी कोठीपुरा तालरमना बरुआसागर को बताया कि उसकी सेवा समाप्त कर दी गयी है। लाक डाउन के दौरान नौकरी से निकाले जाने की खबर सुनते ही वह मानसिक रूप से परेशान हो गया।

मौके पर उपस्थित गार्डो ने आरोप लगाया कि जेडीए में अकाउन्टेँट जगदीश गौतम म्रतक दीपक को मानसिक प्रताडना दे रहा था कि आपको नौकरी से निकाला जा रहा है और आप अपनी कही दूसरी जगह नौकरी की व्यवस्था कर ले। एक गार्ड ने बताया कि दीपक रायकवार पिछले 20 साल से नौकरी कर रहा था अचानक साहब को क्या हुआ जो दो दिन पहले नौकरी से निकालने का फरमान जारी कर दिया और इसी बजह से दीपक ने आज फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मृतक दीपक रायकवार को 7500/- रूपये महीने की सैलरी मिलती थी जिसमें उसके परिवार मेें विकलाँग माँ, बीबी, 1लडकी उम्र तकरीबन 20 वर्षीय और 2 लडके 17 व 14 वर्षीय हैं। इनके भरण पोषण की जिम्मेवारी म्रतक दीपक की ही थी लेकिन जे डी ऐ के अधिकारी के चलते एक जिंदगी मौत के आगोश में सो गयी। आरोप है कि अधिकारी ने एक जान नही ली बल्कि उस पर आश्रित परिजनों को निराश्रित कर जीते जी मार दिया। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार की दोपहर उसने पत्नी को फोन कर बताया कि नौकरी चली गई है, अब क्या होगा। इतना कहकर फ़ोन काट दिया। परेशान होकर पत्नी ने वापस फोन किया, लेकिन दीपक ने फोन नहीं उठाया। इसी बीच दीपक ने कमरे में तौलिया का फंदा गले में कस कर फांसी लगा ली। कई बार फोन न उठने से घबराई पत्नी ने आईटीआई इलाके में रहने वाले रिश्तेदार को बताया। 
खबर मिलते ही रिश्तेदार दीपक के कमरे में पहुंचे, जहां उसको फांसी के फंदे पर लटका देख घबरा गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जनरेटर रूम से शव को फंदे से उतारकर कब्जे में लिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।