एसटीएफ लखनऊ ने मऊरानीपुर पुलिस के सहयोग से पकड़ा डेढ़ करोड़ का गांजा, खरीददारों की तलाश

झांसी। कोरोनावायरस महामारी के दौरान लाक डाउन का फायदा उठाने से मादक पदार्थ के धंधे बाज उठाने नहीं चूक रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए माफियाओं द्वारा भारी वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है, किंतु सुरक्षा एजेंसियों ने माफिया की इस चाल को नाकाम कर दिया है। लखनऊ की एस टी एफ टीम ने लाखों के गांजा से लदे डम्पर व ट्रक को झांसी जनपद की मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र में थाना पुलिस के सहयोग से पकड़ लिया। गांजा की भारी खेप को सैकड़ों किलोमीटर दूर से झांसी लाने वाले चार लोगों को दबोच लिया। बरामद गांजा की खुले बाजार में कीमत ढेड़ करोड़ रुपए बताई गई है। दरसल, लखनऊ एसटीएफ ने मुखबिर की सूचना पर झांसी में डेरा डाल लिया। सूचना के आधार पर एसटीएफ ने मऊरानीपुर पुलिस के सहयोग से विगत रात्रि मऊरानीपुर के खंदियन चौराहे पर वाहनों की चेंकिंग शुरू कर दी। इसी दौरान वहाँ से निकल रहे एक ट्रक व एक डम्फर को रोक कर तलासी ली गयी। अपरपुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल मिठास बताया कि संयुक्त कार्यवाही में दोनों वाहनों में लगभग 10 कुंतल गांजा बरामद हुआ। इस पर दोनों वाहनों के चालकों सहित चार लोगों को दबोच लिया गया। पूछताछ की गई तो बताया गया कि उक्त गांजा की बड़ी खेप उड़ीसा से मऊरानीपुर तस्करी करके लाया जा रहा था, किंतु कहां व किसके पास का उन पर कोई जवाब नहीं था। पकड़े गए गांजे की बाजार की कीमत लगभग डेढ़ करोड़ बताई जा रही है। पकड़े गए लोगो ने अपने नाम संजय कुमार पुत्र कमला प्रसाद निवासी कैलाशनगर रायपुर, छोटेलाल पुत्र कैलाश निवासी देवरिया,विनोद सिंह पुत्र विश्वनाथ सिंह निवासी खजुरिया जनपद गोपालगंज बिहार, शंकर उर्फ विक्रम पुत्र झसकेतन निवासी रुनडी जनपद उड़ीसा बताया। पकड़े गए लोगो से पुलिस अभी गहनता से पूछताछ कर रही है । बताया गया है कि उक्त गांजा मऊरानीपुर के किसी व्यापारी के यहाँ जा रहा था। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच में जुटी हुई है।