झांसी। आंध्र प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को झांसी प्रवास पूरी जिंदगी याद रहेगा। उन्हें झांसी में मिला अपनत्व व मेहमान नवाजी ने गदगद कर दिया। झांसी में यह पहला अवसर रहा जब प्रवासी श्रमिकों के जत्थे को गृह प्रदेश रवाना होने के पूर्व लक्ष्मीबाई दुर्ग का भ्रमण कराया और बुंदेलखंड के इतिहास के साथ ही सन 1857 की प्रथम दीपशिखा के शौर्य की जानकारी दी और उनके इतिहास के बारे में बताया गया।
बुधवार को महारानी लक्ष्मी बाई पैरामेडिकल कॉलेज से लगभग 100 श्रमिकों को आंध्र प्रदेश स्पेशल ट्रेन द्वारा आज रवाना किया गया। सभी श्रमिकों का प्रॉपर डॉक्यूमेंटेशन करते हुए उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। गृह प्रदेश जाने से पूर्व सभी श्रमिकों को वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई दुर्ग का भ्रमण कराया और बुंदेलखंड के इतिहास के साथ ही सन 1857 की प्रथम दीपशिखा के शौर्य की जानकारी दी और उनके इतिहास के बारे में बताया गया।
जिलाधिकारी श्री आंद्रा वामसी ने रेलवे स्टेशन पर सभी जाने वाले श्रमिकों को भोजन पैकेट, पानी तथा बिस्किट वितरित किए और हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी की यात्रा मंगलमय हो। उन्होंने श्रमिकों के साथ जाने वाले छोटे बच्चों से बात की और श्रमिकों के स्वस्थ जीवन की कामना की व शुभ आशीर्वाद दिया। उम्मीद के विपरीत झाांसी में आवभगत से श्रमिकों के मार्ग के कष्ट उड़न छू हो गया। इस मौके पर सामुदायिक रसोई की समन्वयक डॉ नीति शास्त्री सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।