‘सांस्कृतिक संवर्द्धन हेतु पूरे झॉसी मण्डल में 150.60 लाख रू0 का बजट सुरक्षित’

Jhansi। उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के इतिहास में यह पहला अवसर है जब स्थानीय कला एवं संस्कृति को संरक्षित, संवर्द्धित करने के लिये मण्डल की हर जिला पंचायत, नगर निगम, झॉसी, नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों में बजट निर्धारित करने के निर्देश दिये गये।

मण्डलायुक्त, डॉ0 अजय शंकर पाण्डेय द्वारा सघन मॉनीटरिंग और कड़े निर्देश के बाद नगर निगम, झॉसी द्वारा 15.00 लाख रू0, मण्डल की तीनों जिला पंचायतों में कुल 52.00 लाख रू0 एवं जनपद झॉसी की 05 नगर पालिका परिषद एवं 07 नगर पंचायतों में कुल 12.50 लाख रू0, जनपद जालौन की 04 नगर पालिका परिषद एवं 07 नगर पंचायतों में कुल 13.10 लाख रू0 इसीप्रकार जनपद ललितपुर की 01 नगर पालिका परिषद एवं 03 नगर पंचायतों में कुल 8.00 लाख रू0 का बजट स्थानीय स्तर पर कला, संस्कृति, का संरक्षित, संवर्द्धित करने के लिए आवंटित किया गया है। इस प्रकार झॉसी मण्डल में मण्डलायुक्त डॉ0 अजय शंकर पाण्डेय की प्रेरणा से कला, संस्कृति, साहित्य व पर्यटन को संरक्षित, संवर्द्धित करने हेतु कुल 150.60 लाख रू0 का बजट आवंटित किया जा चुका है तथा सांस्कृतिक गतिविधियां प्रारम्भ कर दी गयीं हैं।
ज्ञातव्य है कि मण्डलायुक्त, डॉ0 अजय शंकर पाण्डेय के निर्देशानुसार कला एवं साहित्य को पल्लवित एवं पुष्पित करने के लिए निम्न 08 समितियों का गठन किया गया है:-
1- साहित्य विंग    2- सांस्कृतिक विंग-नृत्य, गायन, लोककला एवं रंगमंच, चलचित्र
3- विशिष्ट कृषि उत्पाद संरक्षण एवं फ्लोरा/फना विंग   4- पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल विंग
5- क्षेत्रीय व्यंजन एवं रीति-रिवाज विंग 6- जल संरक्षण विंग
7- हस्तशिल्प एवं उद्योग धन्धों से सम्बन्धित विंग 8- पर्ल्स ऑफ बुन्देलखण्ड।

यहां यह भी उल्लेख किया जाना प्रासांगिक होगा कि अभी तक 2-4 कलाकारों के आयोजन कराकर सांस्कृतिक गतिविधियों को समाप्त कर दिया जाता था। मण्डलायुक्त, डॉ0 अजय शंकर पाण्डेय ने अब स्थानीय प्रशासन के लिए कला एवं संस्कृति को संरक्षित, संवर्द्धित करने के लिये जिम्मेदारी तय कर दी है और बजट निर्धारित होने के बाद इसकी कार्ययोजना को तैयार करने के निर्देश दिये गये। कार्ययोजना को तैयार करने में स्थानीय कलाकारों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये निम्न निर्देश सक्षम अधिकारियों को दिये गये-
1- स्थानीय कलाकारों को मुख्य रूप से स्थानीय कार्यक्रमों के आयोजन में शामिल किया जाय।
2- स्थानीय कलाकारों को गायन, नृत्य, वाद्ययंत्र, इत्यादि के लिए यदि धन की आवश्यकता हो तो उपलब्ध कराया जाय।
3- स्थानीय कलाकारांे को अन्तर जनपदीय भ्रमण करने के समय आने वाले व्यय को बजट में शामिल किया जाय।
4- नगर पंचायत, बड़ागांव द्वारा कला, संस्कृति को संरक्षित, संवर्द्धित करने के लिए बजट का आवंटन स्पष्ट निर्देशों के बावजूद भी न करने पर अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत, बड़ागांव को प्रतिकूल प्रविष्टि निर्गत करने हेतु अपर आयुक्त (प्रशासन) झॉसी मण्डल, झॉसी को निर्देश दिये गये।