– बाल कल्याण समिति ने पिता को सौंपा
झांसी। प्यार में धोखा खाई नेपाली किशोरी को बुधवार को झां बाल कल्याण समिति द्वारा उसके पिता के संरक्षण में सौंप दिया गया।

दरअसल, नेपाल में रहने वाली किशोरी काजल (काल्पनिक नाम) का नेपाल में ही पास के गाँव के रहने वाले संजय नामक लड़के से मोबाइल फोन से दोस्ती हो गयी थी। लड़की के पिता राज मिस्त्री तथा माँ मजदूरी करती हैं। इसी का लाभ उठाकर संजय नामक युवक ने किशोरी को शादी करने का झाँसा देकर मुम्बई ले जाने का वादा किया। काजल उसके झाँसे में आ गयी। माता-पिता जब काम पर गये थे तभी मौके का लाभ उठाकर संजय उसे भारत में ले आया और गोरखपुर से मुम्बई जाने वाली ट्रेन में दोनों सवार हो गये।
काजल बड़े अरमानों के साथ संजय के साथ अपने सपनों को पंख लगाने निकल पड़ी थी। झांसी के पहले उरई स्टेशन पर काजल को नींद आ गयी और जब झांसी में उसकी आँख खुली तो संजय गायब था। काफी तलाश के बाद जब संजय नहीं मिला तो काजल ट्रेन से उतर गयी। रेलवे चाइल्ड लाइन प्रभारी बिलाल एवं उनकी टीम ने आवश्यक कार्यवाही के बाद बालिका को बाल कल्याण समिति झाँसी के समक्ष प्रस्तुत किया।

समस्त जानकारी करके बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राजीव शर्मा ने काजल के पिता को सूचित करने को कहा। बुधवार को काजल के पिता झाँसी बाल कल्याण समिति के सामने आये तो उन्होंने बताया कि वे नेपाल में ही अपनी बेटी की तलाश कर रहे थे। फोन से सूचना पाकर वे झाँसी आये। इस दौरान प्यार में छली काजल ने भविष्य में कोई भी गलत कदम न उठाने का वादा किया और खुशी से अपने पिता के साथ रवाना हो गई। काजल के पिता ने समिति की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।
कार्यवाही के दौरान बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव शर्मा व सदस्य परवीन खान, दीप्ति सक्सैना, कोमल सिंह एवं हरी कृष्ण सक्सैना उपस्थित रहे।