आगरा में खपा रहे थे चांदी, टैक्‍स की हो रही थी चोरी

आगरा /झांसी (संवाद सूत्र)। गांजा, अफीम और चांदी तस्करों के लिए ट्रेन सबसे पसंदीदा सवारी बनती जा रही है। आरपीएफ /जीआरपी की तमाम कोशिशें भी तस्करों पर लगाम नहीं लगा पा रहीं हैं। मंगलवार को जीआरपी आगरा कैंट ने सचखंड एक्सप्रेस से चांदी के दो तस्करों को दबोच कर उनके कब्जे से 42 किलो चांदी जिसकी बाजारू कीमत लगभग 37 लाख रुपए है एवं 3 लाख रुपए से अधिक नोट बरामद कर लिए। यह तस्कर महाराष्ट्र के औरंगाबाद से चांदी ला रहे थे। पकड़े गए आरोपियों में एक झांसी का है।

सघन चेकिंग अभियान के दौरान जीआरपी आगरा कैंट ने 17 जून को रेलवे स्टेशन आगरा कैंट के मेन गेट से 02 संदिग्ध व्यक्तियों से 41.75 किग्रा चांदी (चांदी के आभूषण, चांदी के नग, कच्ची चांदी) के साथ गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई चांदी के दाम 37 लाख बताए गए हैं। आरोपियों के पास से 3,33,000 रुपये (तीन लाख तैतीस हजार रुपये) की नगदी भी बरामद की गई है। पकड़े गए आरोपी बरामद चांदी से संबंधित वैध प्रपत्र प्रस्तुत नहीं कर सके।

सूचना पर आयकर और जीएसटी विभाग की टीम पहुंच गई और विधिक कार्रवाई की। पकड़े गए तस्करों में झांसी निवासी मनीष चोकसे और आगरा निवासी अतुल शिवहरे शामिल हैं। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह लोग चांदी और चांदी के आभूषण महाराष्ट्र के औरंगाबाद से लेकर आते हैं। इसे आगरा में जगह जगह दुकानदारों को बेच देते हैं। इससे टैक्स की बचत हो जाती है और अच्छा मुनाफा मिल जाता है।