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अफसरों व सत्ता दल के नेताओं की उपेक्षा पर भड़का आक्रोश 

झांसी। झांसी में विकराल होती बिजली-पानी की समस्या पर अफसरों व सत्ता दल की चुप्पी से जनता की बढ़ती समस्या पर आंदोलन छेड़ने के लिए विभिन्न संगठनों व विपक्षी दलों के नेताओं ने पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में रणनीति बनाई है। इस सर्वदलीय बैठक में व्यापारी, अधिवक्ता, समाजसेवी, नेताओं और कई राजनीतिक पार्टियों के नेता उपस्थित रहे।

गुरुवार को पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में झांसी शहर के गणमान्य नागरिक, विविध संगठन व विपक्षी दलों के प्रतिनिधि उपस्थित हुए। सभी ने एक स्वर से झांसी की जनता जो बिजली पानी की समस्या से जूझ रही है उससे मुक्ति दिलाने को आंदोलन की रणनीति बनाई।

इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि बिजली को प्राइवेट किया जा रहा है इसलिए जनता को परेशान किया जा रहा है, लेकिन हम बिजली को प्राइवेट नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि झांसी में ही बिजली बन रही ओर झांसी वालों को ही नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कभी जीवन में उन्होंने नहीं देखा कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज को हाथ का पंखे की जरूरी पड़ेगी, उन्होंने कहा कि आज बिजली की समस्या से यह हालत है कि मेडिकल कॉलेज में मरीजों को हाथ के पंखे से हवा करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि इस बैठक में सभी सर्वदलीय लोगों के विचार आने के बाद आंदोलन की तैयारी की जाएगी और बिजली को प्राइवेट नहीं होने देंगे।

कुमार वैभव बट्टा ने कहा कि अफसरों के घरों की लाइट आ रही, जनता के घरों में अंधेरा है, हम सब लोग यह रणनीति बनाएं की आज से रात हम सब लोग मिलकर उन्हीं के आवासों में सोएंगे। व्यापारी नेता प्रकाश गुप्ता ने कहा कि हम सभी प्रदीप जैन के साथ हैं क्योंकि यह लड़ाई अधिकारों की है, आम जनता की है किसी राजनीति की लड़ाई नहीं। उन्होंने कहा अगले दिन से ही क्रमिक अनशन शुरू कर देना चाहिए वह और उनके व्यापारी सभी सहयोग करेंगे।

कांग्रेस नेता राहुल रिछारिया ने कहा कि हम सभी को मिलकर एक जुट होकर जन आंदोलन करना होगा तभी यह बिकराल समस्या से समाधान मिलेगा। बिजली पानी के संकट पर कांग्रेस के नेता मनोज गुप्ता ने कहा कि झांसी की यह स्थिति है कि झांसी का नाम सुनते ही कोई अपनी बहन बेटी नहीं देता यह हालत है, क्योंकि उनका कहना होता है क्या है झांसी में न लाइट है न पानी ओर न ही रोजगार, उन्होंने कहा झांसी का नाम पूरे देश में बदनाम हो रहा है। समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष बृजेंद्र भोजला ने कहा कि आम जन मानस का जीवन यापन करने के दो साधन होते है, एक पानी दूसरा बिजली लेकिन जनता के जीवन यापन के दोनो ही साधन छीने जा रहे है। उन्होंने कहा कि हम झांसी की जनता को पानी बिजली दिलाने के लिए एक योजना बनाकर बड़ा आंदोलन करे जिससे झांसी की जनता से कुछ भी छीनने का साहस न कर सके।

बुमुमो के नेता दिनेश भार्गव ने कहा कि बिजली पानी ने पूरी जनता को हताश कर दिया। लेकिन जनता की लड़ाई कोई नहीं लड़ रहा है। जनता की लड़ाई लड़ने व सिर्फ एक ही जन प्रतिनिधि है प्रदीप जैन। उन्होंने कि हम सभी मिलकर प्रदीप जैन का सहयोग कर जनता को बिजली पानी दिलाने की लड़ाई लड़ेंगे। इस प्रकार कई लोगों ने बिजली पानी की समस्या से निजात दिलाने को अपने अपने विचार रखे। हिंदू संगठन के नेता विनोद अवस्थी ने कहा कि बिजली पानी की बड़ी समस्या है और इस समस्या से लड़ाई लड़ने को हम इसे राजनीतिक रूप न देकर झांसी की जनता का रूप देकर लड़ाई लड़े। अधिवक्ता बीएल भास्कर ने कहा कि वह आम जनता की इस लड़ाई में आंदोलन में हर तरीके से शामिल होकर तैयार है। इस दौरान आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी, बसपा, अधिवक्ता, समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी सहित दर्जनों शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी में प्रशासन व सत्ता दल के नेताओं की उपेक्षा को लेकर आक्रोश देखा गया।