दो बार विफल रहे प्रयासों के बाद मंगलवार को मंगल की उम्मीद

झांसी। नगर निगम की कार्रकरिणी से मंगलवार को निगम के 344 करोड़ रुपये का बजट पास कराने के लिए मेयर ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। उधर दो दिन हुई हंगामी बैठकों में कार्रकारिणी द्वारा उठाए गए निगम की कीमती जमीन पर अवैध कब्जे, विद्युत विभाग में मार्ग प्रकाश व्यवस्था, गो वंश के भूसा, चुनी, चौकर टेण्डर, कचरा उठान में भ्रष्टाचार आदि अनेक सवालों के जवाब नहीं मिलने से कार्यकारिणी असंतुष्ट हैं। भड़के पार्षदों का आरोप है कि अफसर जानबूझ कर टालमटोल कर रहे हैं। उनके सवालों का किसी पर जवाब नहीं है। जब तक उनके जनहित के मुद्दों के जवाब नहीं मिल जाते तब तक कार्यकारिणी समिति की बैठक में बजट पर चर्चा हो ही नहीं सकती। इस हालत के कारण महानगर में विकास कार्यों के लिए तय किया गया 344 करोड़ रुपये का बजट सवालों के बीच फंसकर रह गया है। इसके चलते महानगर में विकास कार्य ठप पड़े हैं। बैठक में बजट मंजूर न होने से कामों को शुरू करने की स्थिति तय नहीं हो पा रही है। मेयर व अफसरोें की कोशिश है कि मंगलवार को बैठक में किसी तरह से बजट को मंजूर करा लिया जाए।

बताया गया है कि बजट को लेकर कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को दोपहर दो बजे से फिर से शुरू  होगी इस दौरान बजट के साथ उन तमाम सवालों पर भी चर्चा की जाएगी जिनको लेकर दो बार की बैठक में बहस हुई है। इसके तहत सोमवार को पार्षदों की ओर से उठाए गए  सवालों के जवाब तैयार करने में अधिकारी लगे रहे। गौरतलब है कि निगम की कार्यकारिणी समिति की बैठक दो दिन चली थी। दोनों दिवस कार्यकारिणी के सवालों का अधिकारी जवाब नहीं दे सके। सभासदों ने बैठक में कयी अधिकारियों के गायब रहने व सवालों से जुड़ी फाइलों को नहीं लाए जाने पर विरोध दर्ज कराया था। देखना है कि तीसरे दौर की बैठक में बजट पास होता है या नहीं, दो दिन उठाए गए सवालों के जवाब मिलेंगे भी या नहीं।