। आखिर दिन भर से सुर्खियों में बनी उस खबर का सायं पटाक्षेप हो ही गया जिसने सनसनी मचा रखी थी। जनपद के थाना प्रेमनगर क्षेत्र निवासी रेल कर्मी कोरोना वायरस पाज़ीटिव नहीं निकला। फिलहाल पूरे परिवार को 14 दिन के क्वारंटाइन में रखा गया है। दरअसल, प्रेमनगर थाना क्षेत्र निवासी एक युवक कानपुर में रेलवे में चतुर्थ श्रेणी के रूप में कार्यरत है। पिछले दिनों वह अपने अधिकारी अधीक्षक, कानपुर द्वारा उल्लिखित ड्यूटी से फरार हो गया और अपने माता-पिता की सहायता से झाँसी आ गया। उसके संदिग्ध होने की जानकारी मिलते ही उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। मेडिकल कॉलेज में उसका परीक्षण किया गया। इसकी जानकारी मिलते ही चर्चा का बाजार गर्म हो गया। जांच में उसके कोविड नमूने के परिणाम “नकारात्मक” साबित हुए। इस पर सभी ने राहत की सांस ली। यह जानकारी सूचना विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति में दी गई है। इसमें बताया गया है कि पूरे परिवार को अगले 14 दिनों के लिए “होम क्वारंटाइन” के तहत रखा जाएगा। इस प्रकरण में पीयूष अब्राहम नामके संविदा मेल स्टाफ नर्स मेडिकल कॉलेज द्वारा एक ऑडियो वायरल किया था, जिसमें उल्लेख किया गया था कि उनका परीक्षण सकारात्मक है। इसकी कड़े शब्दों में निंदा की गई क्योंकि उनके वैज्ञानिक लैब परीक्षणों से इस विषय को “नकारात्मक” होने का पता चलता है। बताया गया है कि प्रभारी महाप्रबंधक, मेडिकल कॉलेज झांसी से लिखित शिकायत के आधार पर झूठी सूचना फैलाने के लिए आवश्यक कठोर कार्रवाई की जा रही है। सीएमएस ने सम्बन्धित स्टाफ से जवाब-तलब किया गया है। घर रहो, सुरक्षित रहो..😊